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    23 फरवरी की 10 बड़ी खबरें

  • February 23, 2024

    1. केन्‍द्र सरकार ने किसानों को बातचीत करने फि‍र से बुलाया, शंभू बॉर्डर पर जमावड़े में कमी पर कायम है जोश

    दस दिनों से आंदोलित किसानों (farmers protest) को केंद्र सरकार (Central government) ने फिर से बातचीत के लिए बुलाया है और शांति की अपील की है। वहीं, दिल्ली कूच न कर पाने से चिंतित जरूर हैं, लेकिन उनके जोश में कमी नहीं है। शंभू सीमा से करीब 25 प्रतिशत लोग व ट्रैक्टर-ट्रालियां (tractor-trolleys) कम हो गई हैं। वहीं किसान नेताओं का कहना है कि खनौरी सीमा पर ज्यादा नुकसान होने की वजह से बड़ी संख्या में लोग व वाहन उस तरफ चले गए हैं। अगले आदेशों तक उससे भी ज्यादा संख्या में किसान-मजदूर बाॅर्डर पर डट जाएंगे। बृहस्पतिवार को मौके पर ही एक पोकलेन व एक जेसीबी मशीन ही मौजूद रही, जबकि भारी भरकम क्रेन, ट्रैक्टर व अन्य जेसीबी वहां पर नहीं दिखीं। हरियाणा के टोल बैरियर से शंभू सीमा तक जहां बुधवार को पांव रखने की जगह नहीं थी। अगले आदेशों तक उससे भी ज्यादा संख्या में किसान-मजदूर बाॅर्डर पर डट जाएंगे। वीरवार को मौके पर ही एक पोकलेन व एक जेसीबी मशीन ही मौजूद रही, जबकि भारी भरकम क्रेन, ट्रैक्टर व अन्य जेसीबी वहां पर नहीं दिखीं। हरियाणा के टोल बैरियर से शंभू बॉर्डर तक जहां बुधवार को पांव रखने की जगह नहीं थी। वीरवार शाम तक वह वीरान नजर आ रहा था। थोड़े बहुत किसान बांधी गई रस्सी के नजदीक जरूर टहलते नजर आए।

    2. PM Modi फिर बने दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता, 2014 से ही हैं शीर्ष पर

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) एक बार फिर दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता (World’s most popular leader) साबित हुए हैं। अमेरिकी एजेंसी मॉर्निंग कंसल्ट (American agency Morning Consult) की 2024 की पहली तिमाही के लिए वर्ल्ड लीडर अप्रूवल रेटिंग रिपोर्ट (World Leader Approval Rating Report) के मुताबिक, भारत में 78 फीसदी लोग पीएम मोदी के कामकाज से संतुष्ट हैं और नरेंद्र मोदी को अपने नेता के तौर पर स्वीकृति देते हैं। इससे पहले दिसंबर 2023 की रिपोर्ट में भी पीएम मोदी 76 फीसदी अप्रूवल के साथ दुनिया में शीर्ष पर थे। इस बार 2 फीसदी ज्यादा लोगों ने पीएम मोदी के कामकाज पर संतुष्टि जताते हुए उन्हें अपने नेता के तौर पर मंजूरी दी है। इस सूची में पीएम मोदी के बाद 65 फीसदी अप्रूवल के साथ मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैन्युएल लोपेज ओब्रडोर दूसरे स्थान पर हैं। 63 फीसदी के साथ अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिली को तीसरा स्थान मिला है।

    हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Haryana Chief Minister Manohar Lal) ने बजट 2024 में किसानों के लिए बड़ी घोषणा की है. शुक्रवार को सीएम मनोहर लाल हरियाणा विधानसभा में बजट पेश (Budget presented in Haryana Assembly) कर रहे हैं. सीएम ने घोषणा की हरियाणा में जो किसान 30 सितंबर 2023 तक का कर्ज 31 मई 2024 तक जमा कराते हैं, तो उनका ब्याज और पैनेल्टी माफ कर दी जाएगी. बजट में सीएम ने घोषणा करते हुए बताया कि उर्वरकों और कीटनाशकों के छिड़काव में किसान ड्रोन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की पहल के अनुरूप, राज्य सरकार के उपक्रम ‘दृश्या’ के माध्यम से ड्रोन संचालन के लिए 500 युवा किसानों को ड्रोन संचालन में प्रशिक्षण प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू की है. अब तक 100 किसानों को प्रशिक्षित किया गया है और उन्हें ड्रोन पायलट लाइसेंस प्रदान किया गया है.


    4. महंगाई पर काबू लाने की कोशिशें जारी, जल्‍दबाजी की तो पड़ सकता है प्रतिकूल असर : गवर्नर दास

    भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर (Governor of Reserve Bank of India) शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा है कि मुद्रास्फीति (inflation) को काबू में लाने का काम अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि नीतिगत मोर्चे पर जल्दबाजी में उठाया गया कोई भी कदम कीमत के मोर्चे पर अबतक हमने जो सफलता हासिल की है, उसपर प्रतिकूल असर डाल सकता है। रिजर्व बैंक के गुरुवार को जारी मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के ब्योरे के अनुसार शक्तिकांत दास ने कहा था- इस समय मौद्रिक नीति का रुख सतर्क होना चाहिए और यह नहीं मानना चाहिए कि मुद्रास्फीति के मोर्चे पर हमारा काम खत्म हो गया है। एमपीसी की बैठक इस महीने छह से आठ फरवरी को हुई थी। उन्होंने कहा कि एमपीसी को मुद्रास्फीति को नीचे लाने के अंतिम छोर को सफलतापूर्वक पार करने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए।

    5. मस्जिदों में सांसदों की एंट्री पर रोक, कनाडा के मुस्लिम संगठनों ने क्यों लिया ये फैसला?

    रमजान से पहले कनाडा के मुसलमानों ने बड़ा फैसला लिया (Canadian Muslims took a big decision) है. उसकी 300 से ज्यादा मुस्लिम संस्थाओं ने ऐलान किया कि कनाडा की मस्जिदों में उन सांसदों को एंट्री नहीं दी जाएगी जिन्होंने मानव अधिकारों की रक्षा के लिए कदम नहीं उठाए और गाजा में इजराइल के हमलों की निंदा नहीं की. मुस्लिम संगठनों ने एक खुला पत्र लिख इस बात का ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि जब तक सांसद इजराइल की निंदा नहीं करते तब हम उनको मस्जिदों में मंच नहीं देंगे. पवित्र महीने रमजान के शुरू होने में कुछ ही वक्त बाकी है, ऐसे में गाजा के नागरिक इजराइल के हमलों का लगातार निशाना बन रहे हैं, जिसको लेकर दुनियाभर के कई देश और मानव अधिकार संगठन चिंतित हैं. कनाडाई मुस्लिम संस्थाओं ने सर्वसम्मति से कहा है कि सांसदों का किसी भी मस्जिद में स्वागत नहीं किया जाएगा, जब तक कि वे सार्वजनिक रूप से गाजा में इजराइल के वॉर क्राइम की निंदा नहीं करते. ऐलान करने वाली संस्थाओं में कनाडा के मुसलमानों पर खासा असर रखने वाली नेशनल काउंसिल ऑफ कनाडाई मुस्लिम भी शामिल है.

    6. मानहानि मामले में राहुल गांधी को बड़ा झटका, झारखंड हाई कोर्ट से याचिका खारिज

    कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को शुक्रवार को बड़ा झटका लगा है. मानहानि मामले में उनकी याचिका को झारखंड हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है. ये गृह मंत्री अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने से जुड़ा है मामला है. राहुल गांधी निचली अदालत की ओर से जारी किए गए समन के खिलाफ हाई कोर्ट पहुंचे थे. दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत में फैसला सुरक्षित रख लिया गया था. कोर्ट ने याचिका पर फैसला सुनाते हुए उसे खारिज कर दिया. पिछले महीन झारखंड हाई कोर्ट ने राहुल गांधी की याचिका पर सुनवाई करते हुए निचली अदालत के रिकॉर्ड मांगे थे. याचिका में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ गांधी की कथित अपमानजनक टिप्पणी पर बीजेपी के एक कार्यकर्ता द्वारा दायर मानहानि मामले में रांची जिला कोर्ट की ओर से पारित आदेश को रद्द करने की मांग की गई थी. बीजेपी नेता नवीन झा ने 28 अप्रैल, 2018 को रांची कोर्ट में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. उन्होंने आरोप लगाया गया था कि 18 मार्च 2018 को कांग्रेस के प्लेनरी सेशन में राहुल गांधी ने बीजेपी के खिलाफ भाषण दिया था और शाह को हत्या का आरोपी बताया था. शिकायत में कहा गया था कि गांधी द्वारा दिया गया बयान न केवल झूठा था बल्कि यह उन सभी कार्यकर्ताओं, समर्थकों और नेताओं का अपमान है जो भारतीय जनता पार्टी के लिए निस्वार्थ भाव से काम कर रहे हैं.


    7. इमोशनल कनेक्शन वाली शर्त! दिल्ली में अटक गया AAP-कांग्रेस का गठबंधन, राहुल गांधी राजी नहीं

    कांग्रेस (Congress) सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी (Rahul Gandhi) गुजरात की भरूच सीट आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए छोड़ने के पक्ष में नही हैं. स्वर्गीय अहमद पटेल की सीट भरूच को कांग्रेस जज्बाती मान रही है. सूत्रों के हवाले से खबर ये भी आ रही है कि आज शाम को दिल्ली में सीटों के फॉर्मूले (seat formulas) का ऐलान हो सकता है. वहीं आम आदमी पार्टी भरूच सीट पर उम्मीदवार का ऐलान कर चुकी है. आम आदमी पार्टी के सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में गठबंधन (alliance) की शर्त भी भरूच सीट है. इसके पहले की बात करें तो आम आदमी पार्टी (आप) ने कांग्रेस से चल रही बातचीत के दौरान ही 7 जवरी को भरूच सीट के लिए अपने उम्मीदवार को उतार दिया था, जिसके बाद भरूच जिला कांग्रेस कमेटी ने आपत्ति भी जताई थी. 7 जनवरी को गुजरात दौरे पर पहुंचे दिल्ली के सीएम एवं आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीनाव ने भरूच सीट पर चैतर वसाव का नाम घोषित किया था. इसका असर अब दिल्ली में देखने को मिल रहा है. दिल्ली की लोकसभा सीटों में आप और कांग्रेस का गठबंधन नहीं हो पा रहा है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस की तरफ से भरूच सीट पर दिवंगत अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल दावेदारी कर रही हैं. यहां अब इमोशनल मामला दिखता नजर आ रहा है, क्योंकि अहमद पटेल और सोनिया गांधी के बीच अच्छे संबंध थे. ऐसे में अब राहुल गांधी खुद भरूच सीट को नहीं छोड़ना चाह रहे हैं.

    8. कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद लोगों में दिख रहे साइड इफेक्ट्स! रिसर्च में हुए कई बड़े खुलासे

    कोविड-19 महामारी (COVID-19 pandemic) ने पूरी दुनिया में जमकर तबाही मचाई थी। करीब 70 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस महामारी से बचने के लिए लोगों ने वैक्सीन लगवाई। अब वैक्सीन लगाने के साइड इफेक्ट्स (Side effects of vaccination) सामने आ रहे हैं। लोगों की रीढ़ की हड्डी में सूजन हो रही है। इसके अलावा, तंत्रिका संबंधी विकार (Neurological Disorder) भी देखने को मिल रहा है। यह खुलासा एक स्टडी में हुआ है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, ग्लोबल वैक्सीन डेटा नेटवर्क ने स्टडी की है। इस स्टडी में सामने आया है कि ब्रेन, ब्लड और दिल पर कोविड महामारी के बाद बुरा असर पड़ा है। स्टडी में शोधकर्ताओं ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन से जुड़े नए साइड इफेक्ट्स का पता लगाया है। साइड इफेक्ट्स में एन्सेफेलोमाइलाइटिस और ट्रांसवर्स मायलाइटिस शामिल है। ग्लोबल वैक्सीन डेटा नेटवर्क ने यह स्टडी ऑस्ट्रेलिया में की गई। इस दौरान 6.8 मिलियन यानी 60 लाख से अधिक लोगों को इसमें शामिल किया गया, जिन्होंने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन लगवाई थी। जांच के बाद लोगों में साइड इफेक्ट्स के रूप में एन्सेफेलोमाइलाइटिस और ट्रांसवर्स मायलाइटिस देखने को मिला।


    9. कब होगा लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान? इन 6 राज्‍यों में 2 या उससे ज्‍यादा चरणों में होगी वोट‍िंग

    लोकसभा चुनाव 2024 (lok sabha election 2024) को लेकर नोट‍िफ‍िकेशन कब जारी होगा, मतदान क‍ितने चरण में होंगे, क‍िस राज्‍य में क‍ितने चरण में मतदान होंगे और चुनावों के नतीजों को ऐलान क‍िस तारीख को होगा. भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा 13 मार्च के बाद क‍िसी भी द‍िन क‍िया जा सकता है. आपको बता दें क‍ि चुनाव आयोग की टीमें विभिन्न राज्यों की चुनाव तैयारियों (election preparations) का आकलन करने के लिए दौरे कर रही हैं और संभवत: 13 मार्च तक यह दौरे समाप्‍त हो जाएंगे. भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) के वरिष्ठ अधिकारी विभिन्न राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) के साथ नियमित बैठकें (regular meetings) कर रहे हैं और चुनाव से पहले समस्या क्षेत्रों का पता लगा रहे हैं. चुनाव आयोग इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की आवाजाही, सुरक्षा कर्मियों की आवश्यकता, राज्य की सीमाओं पर निगरानी आदि जैसी व्यावहारिक समस्याओं पर विचार-विमर्श कर रहा है. चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव को 6 या 7 चरणों में करवा सकता है.

    10. लोकसभा चुनाव से पहले INDIA गठबंधन ने पकड़ी रफ्तार, इन राज्यों में सीट शेयरिंग की डील डन

    एक वक्त पटरी से उतरती दिख रही इंडिया गठबंधन (india alliance) की गाड़ी को पटरी पर वापस लाने के लिए राहुल समेत कांग्रेस आलाकमान एक्टिव (Congress high command active) हो गए हैं. इसका असर अब इंडिया गठबंधन की सीट शेयरिंग पर भी दिखने लगा है. तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों (assembly elections) में हार के बाद कांग्रेस बैकफुट पर आ गई थी. इंडिया गठबंधन भी टूटता दिखने लगा और उसके शिल्पकार नीतीश कुमार (Nitish Kumar) छोड़कर चले गए. इसका असर ये हुआ कि ममता बनर्जी ने बंगाल में सीट शेयरिंग (seat sharing in bengal) से इनकार कर दिया और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया. आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी से भी कांग्रेस की बात नहीं बन पाई थी. ऐसे में अब 2024 को लेकर परेशान कांग्रेस आलाकमान ने खुद कमान संभाल ली है. राहुल, प्रियंका से लेकर खरगे एक्टिव हो चुके हैं, जिसके बाद इंडिया गठबंधन के लिए कुछ अच्छी खबरें आनी शुरू हो गई हैं. कभी कांग्रेस 80 में से 20-22 सीटें मांग रही थी लेकिन अखिलेश 17 देने को तैयार थे. कांग्रेस मुरादाबाद और रामपुर भी मांग रही थी. लेकिन राहुल ने फौरन गठजोड़ का ऐलान करने के निर्देश दिए. खुद खरगे ने अखिलेश से बात की और आखिर में प्रियंका ने अखिलेश की दीं 17 सीटों में से सिर्फ दो बदलावों की बात करके गठबंधन को अंजाम तक पहुंचा दिया. जो कांग्रेस एमपी विधानसभा चुनाव में सपा को 4 सीटें देने को राजी नहीं थी, वो यूपी में 17 सीटों पर मानी ही नहीं साथ में एमपी की खजुराहो सीट भी दे दी.

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