1. कितने लोग चाहते हैं एक देश एक चुनाव? रामनाथ कोविंद समिति को मिल गया जवाब
‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ (‘One nation-one election’) को लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind)की अध्यक्षता वाली समिति को जनता से 21,000 सुझाव मिले हैं, जिनमें से 81 प्रतिशत लोगों ने देश में लोकसभा और विधानसभाओं (Lok Sabha and Assemblies)के चुनाव एक साथ कराने के विचार पर सहमति जताई है। एक आधिकारिक बयान में रविवार को यह जानकारी दी गई। बयान में बताया गया कि 46 राजनीतिक दलों से भी सुझाव मांगे गए थे। इसमें कहा गया, ‘अब तक 17 राजनीतिक दलों के सुझाव मिले हैं।’ कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने एक साथ चुनाव कराने के विचार का विरोध किया है। पिछले साल सितंबर में गठित कोविंद के नेतृत्व वाली समिति ने रविवार को अपनी तीसरी बैठक की। मंत्रालय का कहना है, ’20 हजार 972 जवाब मिले हैं। इनमें से 81 फीसदी ने एक साथ चुनाव कराए जाने की बात कही है। इसके अलावा 46 राजनीतिक दलों से भी सुझाव मांगे गए थे। अब तक 17 राजनीतिक पार्टियों से जवाब मिल चुके हैं। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) की तरफ से मिले सुझावों को भी समिति ने दर्ज किया है।’
2. चीन में बड़ा हादसा, लैंडस्लाइड में 44 लोग मलबे में दबे; कई घर तबाह
चीन के पर्वतीय इलाके युन्नान (Yunnan, China’s mountainous region) में बड़ा हादसा हुआ है। दरअसल वहां लैंडस्लाइड में 44 लोगों के मलबे में दबने की खबर है। घटनास्थल से 200 लोगों को बचाया गया है। राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है। लैंडस्लाइड में कई मकान तबाह हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना चीन के दक्षिण पश्चिमी प्रांत युन्नान की है। लैंडस्लाइड सोमवार सुबह करीब छह बजे युन्नान के लियांगसुई गांव में हुई। हादसे वाला इलाका जेनजियांग काउंटी के तांगफांग शहर के अंतर्गत आता है। प्रशासन ने बयान जारी कर बताया है कि मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है। बताया गया है कि लैंडस्लाइड में 18 घर मलबे में दब गए हैं। बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित जगह से निकाला गया है। मलबे में दबे लोगों को निकालने की भी कोशिशें चल रही हैं। लैंडस्लाइड की वजह अभी तक पता नहीं चली है। चीन के युन्नान प्रांत में लैंडस्लाइड की घटनाएं होती रहती हैं। यह चीन का रिमोट इलाका हैं, जिसमें बड़े-बड़े पहाड़ हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा कि अयोध्या (Ayodhya) में रामलला के जन्मस्थान पर राममंदिर (Ram Mandir) का निर्माण और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह भारतवर्ष के पुनर्निर्माण अभियान की शुरुआत है। यह सद्भाव, एकता, प्रगति, शांति और सभी के कल्याण के लिए है। राम मंदिर निर्माण के लिए हिंदू समाज के संघर्ष का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसे लेकर अब विवाद, कड़वाहट और संघर्ष खत्म होना चाहिए। आरएसएस की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक लेख में उन्होंने लिखा कि 9 नवंबर 2019 को 134 वर्षों के कानूनी संघर्ष के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सत्य और तथ्यों को परखने के बाद एक संतुलित फैसला दिया। धार्मिक दृष्टि से श्रीराम बहुसंख्यक समाज के आराध्य देव हैं और श्री रामचंद्र का जीवन आज भी संपूर्ण समाज द्वारा स्वीकृत आचरण का आदर्श है। इसलिए अब अकारण विवाद को लेकर जो पक्ष-विपक्ष खड़ा हुआ है, उसे समाप्त कर देना चाहिए। इस बीच में उत्पन्न हुई कड़वाहट भी खत्म होनी चाहिए। समाज के प्रबुद्ध लोगों को यह अवश्य देखना चाहिए कि विवाद पूर्णतः समाप्त हो जाए।
4. Israel-Hamas War: 107 दिन में मृतकों का आंकड़ा 25 हजार के पार, 24 घंटे में 178 की मौत
इस्राइल और हमास (Israel- Hamas War) का हिंसक संघर्ष पिछले साल शुरू हुआ था। सात अक्तूबर, 2023 को इस्राइल (Israel) पर हमास के हमले (Hamas attacks) के बाद इस्राइल डिफेंस फोर्सेज (Israel Defense Forces- IDF) के जवान गाजा पट्टी (Gaza Strip) पर हमास के आतंकी ठिकानों पर लगातार बमबारी कर रहे हैं। हिंसक संघर्ष में पिछले 107 दिनों में 25 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 178 लोगों की मौत हो चुकी है। शव बरामद होने के अलावा 300 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर भी सामने आई है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि इस्राइल और हमास शासकों के बीच तीन महीने से अदिक समय से युद्ध हो रहा है। हजारों फलस्तीनी लोगों की मौत हुई है। आंकड़ा 25 हजार से अधिक हो चुका है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक इस्राइल-हमास युद्ध में महिलाएं और बच्चे मुख्य पीड़ित हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा के मुताबिक बीते 24 घंटे में गाजा के अस्पतालों में कम से कम 178 शव और लगभग 300 घायलों को लाया गया।
5. ‘PM मोदी नहीं होते तो राम मंदिर कभी नहीं बन पाता’, कांग्रेस के दिग्गज नेता ने की तारीफ
राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम (Pran consecration program of Ram temple) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) समेत कई नेता शामिल होने के लिए सोमवार को अयोध्या पहुंचे. इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को देखने के लिए समाज के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में वीआईपी मेहमान भी काफी पहले ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए हैं. अमिताभ बच्चन, उनके बेटे अभिषेक बच्चन, हेमा मालिनी, जैकी श्रॉफ, माधुरी दीक्षित, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, विक्की कौशल, कैटरीना कैफ, अनुपम खेर, रजनीकांत, चिरंजीवी, राम चरण, सचिन तेंदुलकर, वेंकटेश प्रसाद, सोनू निगम, कंगना रनौत उन वीआईपी मेहमानों में शामिल हैं जो समारोह देखने पहुंचे हैं. कार्यक्रम स्थल पर उद्योगपति अनिल अंबानी, योग गुरु बाबा रामदेव, कवि कुमार विश्वास भी नजर आए. हेलीकॉप्टरों ने मेहमानों पर फूल बरसाकर उनका स्वागत किया. वहीं कांग्रेस के कई सीनियर नेताओं ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से दूरी बनाई है. वहीं अयोध्या पहुंचे कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम कहते हैं कि यह सनातन के शासन और ‘राम राज्य’ की पुनः स्थापना का दिन है. यह दिन सदियों के संघर्ष और हजारों लोगों के बलिदान के बाद आया है. मुझे लगता है कि ऐसा नहीं होगा. यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न होते तो यह संभव था.
6. अयोध्या में नतमस्तक हुआ पूरा देश, मोदी-योगी की मौजूदगी में हुई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
देश और दुनिया के रामभक्तों (Ram devotees of the country and the world) की मुराद आखिरकार पूरी हो गई है. अयोध्या के राम मंदिर में रामलला विराज गए हैं. इसी के साथ 500 साल का लंबा इंतजार खत्म हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और तमाम साधु-संतों की मौजूदगी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई. प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला की आरती हुई. दोपहर 12 बजकर 20 मिनट से 1 बजे के बीच अभिजीत मुहूर्त में होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई. इसी के साथ रामभक्तों का सपना हकीकत में बदल गया है. देश ही नहीं दुनिया के कोने-कोने में बसे रामभक्त जश्न मना रहे हैं. कहीं रैली निकाली जा रही है, तो कहीं राम भजन गाए जा रहे हैं. कहीं, आरती-पूजा की जा रही है, तो कहीं जय श्रीराम के नारे लग रहे हैं. प्राण प्रतिष्ठा से पहले पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या धाम में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का अलौकिक क्षण हर किसी को भाव-विभोर करने वाला है. पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, अयोध्या धाम में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का अलौकिक क्षण हर किसी को भाव-विभोर करने वाला है. उन्होंने इसी संदेश में कहा इस दिव्य कार्यक्रम का हिस्सा बनना मेरा परम सौभाग्य है. जय सियाराम.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा है कि राम आग नहीं ऊर्जा हैं. वह विवाद नहीं समाधान हैं. वह वर्तमान नहीं अनंतकाल हैं. वह भारत के आधार भी हैं और विचार भी हैं. ये बातें उन्होंने यूपी के अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद कहीं. प्रधानसेवक ने आगे यह भी कहा कि यही समय है, सही समय है. आज से इस समय तक अगले 1000 साल तक की नींव रखनी है. मंदिर निर्माण से आगे बढ़कर सभी देशवाशी भव्य और दिव्य भारत के निर्माण की सौगंध लेते हैं. राम के विचार मानस के साथ जनमानस में भी हों, यह राष्ट्रनिर्माण की सीढ़ी है. आज के युग की मांग है कि हमें अपने अंतःकरण को विस्तार देना होगा. हनुमान की भक्ति, सेवा और समर्पण को हमें बाहर नहीं खोजना पड़ता. हर भारतीय में ये गुण निहित हैं. यही देव से देश और राम से राष्ट्र का आधार बनेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के उद्घाटन के बाद कहा है कि सदियों की प्रतीक्षा के बाद आज हमारे राम आ गए. यह पल पवित्रतम है. यह माहौल, यह वातारण, यह ऊर्जा, यह घड़ी प्रभु श्रीराम का हम सब पर आशीर्वाद है. 22 जनवरी 2024 का यह सूर्य एक अद्भुत आभा लेकर आया है. आज की तारीख कैलेंडर पर लिखी डेट नहीं यह एक नए कालचक्र का उद्गम है.
8. प्राण प्रतिष्ठा के बाद CM योगी आदित्यनाथ का मन हुआ भावुक, जोशीले भाषण में कहीं ये बातें
आज राम मंदिर में भगवान रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा (Consecration of the idol of Lord Ramlala) हुई। ऐसे में पूरे देश में उत्साह देखा जा रहा है। देश के हर कोने-कोने में हिंदू संगठनों के द्वारा भक्तिमय कार्यक्रमों और शोभायात्राओं का आयोजन किया जा रहा है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद सीएम योगी ने लोगों को संबोधित किया। सीएम योगी इस मौके पर काफी भावुक दिखे। उन्होंने कहा कि इस समय भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं मिल रहे हैं। मन भावुक है, निश्चित रूप से आप सभी ऐसा महसूस कर रहे होंगे। सीएम योगी ने कहा कि इस पावन अवसर पर भारत का हर नगर, हर ग्राम अयोध्या धाम है। आज हर मार्ग श्रीराम जन्मभूमि की ओर आ रहा है। लोगों के रोम रोम में राम रमे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि हम त्रेतायुग में आ गए हैं। आज मन में संतोष के भाव हैं। आखिर भारत को इसी दिन की प्रतीक्षा थी, इस दिन को आने में लगभग 5 शताब्दी का समय व्यतीत हो गया, किंतु प्रतीक्षा का क्रम सतत जारी रहा। आज इस अवसर पर आत्मा प्रफुल्लित है। मन इस बात से प्रफुल्लित है कि मंदिर वहीं बना है, जहां बनाने का संकल्प लिया था।
9. स्मृति ईरानी ने ‘बरसाती मेंढ़क’ से कर दी राहुल गांधी की तुलना, जानें पूरा मामला
एक ओर पूरे देश में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का उत्सव (Celebration of life consecration ceremony in Ram temple) है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भारत जोड़ों न्याय यात्रा पर हैं। उनकी यात्रा असम पहुंच चुकी है जहां काफी बवाल भी देखने को मिला है। हालांकि, केंद्रीय मंत्री और अमेठी सीट से सांसद स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी की तुलना ‘बरसाती मेंढ़क’ से कर दी है। अमेठी के दौरे पर स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में ये तंज कसा है। स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा है कि जब बरसात आती है तो छोटे-छोटे मेंढक निकल आते हैं। उसी तरह अब चुनाव आ रहा है तो लोग आयेंगे और जायेंगे। स्मृति ने कहा कि बरसात जाते ही यह मेंढक गायब हो जाते हैं। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव आ रहा है तो यह लोग आए हैं और उसके बाद चले जाएंगे।
10. PM मोदी का बड़ा ऐलान- लॉन्च होगी प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना, 1 करोड़ घरों पर लगेगा सोलर
अयोध्या में भव्य राम मंदिर (Grand Ram temple in Ayodhya) में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala’s life prestige) से लौटते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि सरकार एक करोड़ घरों पर सोलर पैनल लगाने में मदद करेगी. प्रधानमंत्री ने ‘प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना’ (Pradhan Mantri Suryoday Yojana) की घोषणा की. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, “सूर्यवंशी भगवान श्री राम के आलोक से विश्व के सभी भक्तगण सदैव ऊर्जा प्राप्त करते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा- आज अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मेरा ये संकल्प और प्रशस्त हुआ कि भारतवासियों के घर की छत पर उनका अपना सोलर रूफ टॉप सिस्टम हो.” “अयोध्या से लौटने के बाद मैंने पहला निर्णय लिया है कि हमारी सरकार 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने के लक्ष्य के साथ “प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना” प्रारंभ करेगी. इससे गरीब और मध्यम वर्ग का बिजली बिल तो कम होगा ही, साथ ही भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बनेगा.”
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