भोपाल। शहर में पिछले दिनों लगातार हुई वर्षा के कारण जिन सड़कों पर पेंचवर्क किया गया था वो उखड़ गया है। इस वजह से एक बार फिर से शहर के सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं। इसके कारण वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है। नगर निगम द्वारा पिछले दिनों गडढ़ों में मुरम व गिट्टी से अस्थाई पेंचवर्क किया गया था। यही वजह है कि लगातार हुई तेज वर्षा के कारण सड़कों पर उन गडढों के भराव के लिए गया पेंचवर्क बह गया है। ऐसे में एक बार फिर शहर की सड़कों पर गड्ढों के भराव की जरुरत महसूस की जा रही है। जिम्मेदारों ने जब जर्जर सड़कों का पता लगाया कि करीब 1 हजार किलोमीटर सड़कें उखडऩा पाई गई। नगर निगम के अफसरों का कहना है कि वर्षा थमने के बाद फिर से शहर की प्रमुख सड़कों पर पेंचवर्क का कार्य किया जाएगा ताकि आम लोगों को परेशान न होना पड़े। जोन स्तर भी सभी अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी किए गए है।
राजधानी भोपाल की सड़कों के गड्ढों से एक बार फिर सियासत गरमा गई है। गड्ढों में गायब हो चुकी सड़कों को लेकर विपक्ष शहर सरकार को घेरने के मूड में आ गया है। चेतावनी दी गई है कि सड़कें जल्द नहीं सुधारी तो विपक्ष सड़कों पर ही उतर जाएगी। इधर, कोलार और हमीदिया रोड की जर्जर हालत के पीछे पीडब्ल्यूडी नगर निगम को जिम्मेदार बता रहा है। अफसर भले ही एक-दूसरे बता रहे हो, लेकिन मुश्किलें लाखों लोगों के सामने खड़ी हो गई है। कॉलोनियों तो ठीक मेन रोड की सड़कें भी चलने लायक नहीं बची है। जून से जुलाई के बीच रुक-रुककर बारिश का दौर जारी रहा। इससे निगम को रेस्टोरेशन का समय मिल गया। गड्ढों में गिट्टी-मिट्टी भरकर राहत दी गई, लेकिन पिछले तीन-चार दिन से शहर में तेज बारिश हो रही है। इस कारण सड़कें बुरी तरह से उखड़ गई। कोलार रोड के गोल जोड़ से चिचली बैरागढ़ के बीच 13 किमी का सड़क पूरी तरह से उखड़ गई हैं। चूना भट्टी, मंदाकिनी चौराहा, ललितानगर, नयापुरा, डी-मार्ट के सामने हालत सबसे ज्यादा खराब है। हमीदिया रोड पर भारत टॉकीज, अल्पना तिराहा, सब्जी मंडी, छोला एरिये में भी ऐसे ही हाल है। यहां गाड़ी तो दूर पैदल चलना तक मुश्किल हो रहा है।
यहां की सड़कें हैं खराब
रायसेन रोड पर इंद्रपुरी, आनंदनगर तक सड़क पर गड्ढे हो गए हैं। सुभाषनगर एरिये में भी सड़क उखड़ रही है। एमपी नगर में गर्वमेंट प्रेस के पास सड़क की हालत ठीक नहीं है। बारिश के पहले ही सड़क की मरम्मत कराई गई थी। जहांगीराबाद, जिंसी चौराहा, पुल बोगदा में भी सड़कें खस्ता हाल है। लिंक रोड नंबर-3 पर भी सड़क की पूरी सरफेस उखड़ गई है। होशंगाबाद रोड और बैरागढ़ रोड पर बीआरटीएस कॉरिडोर की सड़क उखडऩे गई है। बावडिय़ाकलां, सलैया, लहारपुर, कटारा, करोंद, छोला के हाल भी ठीक नहीं है। पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर संजय मस्के ने बताया, पीडब्ल्यूडी की अधिकांश सड़कों की हालत ठीक है। कोलार और हमीदिया रोड की हालत जरूर खराब है। नगर निगम ने यहां पर पानी और सीवेज लाइन बिछाई गई है। इसके रेस्टोरेशन में लापरवाही बरती गई। बारिश थमने के बाद सड़कें ठीक कराएंगे।
सड़कों की वजह से बंद हो चुका सीपीए
राजधानी में नगर निगम की 3879 किमी, पीडब्ल्यूडी की 531 किमी, बीडीए की 150 किमी और सीपीए (राजधानी परियोजना प्रशासन) की 132 किमी सड़कें हैं। सीपीए इसी साल 31 मार्च को बंद हो चुका है और इसकी सड़कें पीडब्ल्यूडी को सौंपी गई है। सीपीए के बंद होने की वजह भी खराब सड़कें हैं। पिछले साल सड़कों की स्थिति की समीक्षा करते समय सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसे बंद करने के निर्देश दे दिए थे। करीब छह महीने की लंबी प्रोसेस के बाद सीपीए हमेशा के लिए बंद कर दिया गया।
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