उज्जैन। ठेले वालों को केन्द्र सरकार ने 10 हजार रुपए की सहायता लोन के रूप में देने की घोषणा की थी जिसे लेने के लिए 10 हजार फुटकर दुकानदारों ने आवेदन किया है लेकिन लगता नहीं कि उनको आसानी से लोन मिलेगा। बेचारे रोज निगम के चक्कर खा रहे हैं।
कोरोना के बाद गरीब लोग परेशान हैं तथा पिछले साल कोरोना की पहली लहर थी और इस साल अप्रैल में ही में भी लॉकडाउन रहा। इस दौरान छोटे ठेले खोमचे वाले व्यापारियों का धंधा पूरी तरह चौपट हो गया। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत सभी को 10 हजार का लोन दिया जा रहा है। इस साल यह लोन लेने के लिए एक हजार लोग लाइन में लगे हैं। प्रधानमंत्री स्व निधि योजना के अंतर्गत ठेले खोमचे वालों को सरकार ने 10 हजार की सहायता की थी और इस 10 हजार के लोन में एक महीने बाद व्यक्ति को समान किस्तों में यह पैसा चुकाना था, इससे ठेले खोमचे वालों को व्यापार फिर से शुरू करने में काफी राहत मिली और ऐसे करीब 70 व्यापारियों ने 10 हजार का लोन भर दिया और अब सरकार उन्हें 20 हजार का लोन दे रही है जिसके लिए उनके आवेदन तैयार कर बैंक भेजे गए हैं। इसी प्रकार इस साल 10 हजार का लोन लेने के लिए एक हजार आवेदन आए हैं, जिन्हें तैयार कर बैंक भेजा जा रहा है। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि बैंक जितने भी प्रकरण भेजे हैं वह सब स्वीकृत करने के लिए कहा है, यदि बैंक इन्हें समय अवधि में स्वीकृत नहीं करेगी तो उनके खिलाफ पिछले वर्ष जैसी तालाबंदी की कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि शहर के ठेले खोमचे वाले लॉकडाउन से बड़े परेशान हो गए थे और उन्हें उनके पास पूंजी नहीं बची थी, ऐसे में सरकार ने लोन दिया है जिससे उनका व्यापार फिर से खड़ा होने लग गया है। इस योजना में जो व्यक्ति 10 हजार का लोन चुका देगा उसे 20 हजार का लोन सरकार फिर से देगी और यदि 20 हजार का लोन उसने चुका दिया तो तीसरी बार में 50 हजार तक का लोन भी सरकार देगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved