लंदन/न्यूयॉर्क। कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variants of Corona) ने ब्रिटेन में हालात बिगाड़ दिए(worsened the situation in Britain) हैं। महामारी(Pandemic) के इस स्वरूप ( Variants ) के चलते यहां एक सप्ताह में करीब 48 फीसदी की वृद्धि देखी गई है। ब्रिटिश स्वास्थ्य सेवा (British Health Service) के इस मॉडल के मुताबिक इस अवधि में लंदन का हर 20वां शख्स संक्रमित हुआ है। वहीं दूसरी ओर फ्रांस (France) में बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 100,000 नए मामले(Corona infection records 100,000 new cases) सामने आए हैं। हालांकि एक दिन पहले ही यहां कोविड-19(COVID-19) के करीब 94 हजार नए मामले सामने आए थे।
4500 से ज्यादा उड़ानें रद्द
इस बीच, महामारी को लेकर दुनिया भर की वाणिज्यिक एयरलाइनों ने क्रिसमस पर 4,500 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी हैं। फ्लाइट-ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटअवेयर डॉट कॉम की टैली के मुताबिक, एयरलाइन संचालकों ने शनिवार तड़के 2,401 उड़ानें रद्द कीं। ये वे उड़ानें थीं जो क्रिसमस पर आवाजाही करतीं।
आमतौर पर क्रिसमस पर अमेरिका में यह एक दिन यात्रियों से खचाखच भरा होता है। ढाई हजार उड़ानें इसी सप्ताह रद्द कर दी गईं। इसके अलावा करीब 10,000 उड़ानें विलंबित हुईं। इसकी एक वजह ओमिक्रॉन के चलते स्टाफ की कमी भी रही। उधर, यूरोप और ब्रिटेन में कोरोना से हालात खराब हैं।
ब्रिटेन में सप्ताह भर में लगातार एक दिन के भीतर औसतन 1.20 लाख से ज्यादा नए मामले मिले हैं और 137 मौतें हुई हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी को आशंका है कि अगले सप्ताह हर 10वां शख्स संक्रमित हो सकता है। अमेरिका में कोरोना मामलों की औसत संख्या 45 फीसदी बढ़कर 1.79 लाख प्रतिदिन हो गई है। न्यूयॉर्क में हालात सबसे खराब हैं।
व्हाइट हाउस में बाइडन के क्रिसमस पर कोरोना का असर
ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते खतरे के मद्देनजर, राष्ट्रपति जो बाइडन के कार्यकाल के प्रथम क्रिसमस पर व्हाइट हाउस में कोई बड़ा आयोजन नहीं किया जा रहा है। इससे पहले इस मौके पर व्हाइट हाउस बड़े पैमाने पर समारोह आयोजित करता रहा है। इस बार राष्ट्रपति और प्रथम महिला जिल बाइडन ने कोई बड़ा समारोह आयोजित करने और मेजों को व्यंजनों से सजाने के बजाय भोजन की व्यवस्था के बिना ‘ओपन हाउस’ में 100-100 लोगों के समूह में कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया। इस दौरान मेहमानों के लिए मास्क लगाना और टीकाकरण नहीं कराए लोगों के लिए कोविड-19 संबंधी जांच कराना अनिवार्य है।
कमला हैरिस की कोविड-19 जांच रिपोर्ट नेगेटिव
अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की कोरोना वायरस जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। वे इस सप्ताह की शुरुआत में अपने एक संक्रमित सहयोगी के संपर्क में आई थीं। हैरिस फिलहाल लॉस एंजिलिस में छुट्टियां बिता रही हैं। उनके कार्यालय ने कहा कि हैरिस की दोबारा जांच की जाएगी। हालांकि उनकी दो जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और उनका बूस्टर खुराक के साथ पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।
अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत की तैनाती रोकी
महामारी फैलने के कारण अमेरिकी नौसेना के एक युद्धपोत की दक्षिण अमेरिका में तैनाती रोक दी है। अब ‘यूएसएस मिलवॉकी’ युद्धपोत नौसैन्य स्टेशन ग्वांतानामो खाड़ी में स्थित बंदरगाह में है। वह 14 दिसंबर को फ्लोरिडा के मेयपोर्ट से रवाना होकर अमेरिका के दक्षिणी कमान क्षेत्र की ओर जा रहा था। नौसेना ने बताया, जहाज में चालक दल के सदस्यों का पूर्ण टीकाकरण हो गया है और संक्रमित पाए गए सभी लोगों को चालक दल से अलग रखा गया है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कितने सदस्य संक्रमित हैं।
पोप ने महामारी खत्म होने की प्रार्थना की
पोप फ्रांसिस ने शनिवार को क्रिसमस पर अपने संबोधन में सभी के लिए स्वास्थ्य देखभाल, गरीबों के लिए टीके और दुनिया के संघर्षों को हल करने के लिए प्रार्थना की। उन्होंने बढ़ते मामलों के बीच सेंट पीटर्स में करीब 2,000 लोगों के साथ क्रिसमस मनाया।
ईसाइयों के धार्मिक गीत ‘नोएल’ के गान के बीच फ्रांसिस बिना मास्क मध्य गलियारे में आए और इसी के साथ ईसा मसीह के जन्म का जश्न शुरू हो गया। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर भी प्रार्थना के दौरान वे बिना मास्क के ही रहे। पोप ने तीसरी बूस्टर खुराक ले ली है और उन्होंने अमीर देशों से कहा कि वे विकासशील देशों को टीके की खुराक मुहैया कराएं।
आठ अफ्रीकी देशों से यात्रा पाबंदी हटाएगा अमेरिका
अमेरिका 8 अफ्रीकी देशों पर लगाई यात्रा पाबंदी 31 दिसंबर को हटा देगा। ओमिक्रॉन का प्रसार रोकने के लिए अमेरिका ने पिछले महीने इन देशों से यात्रा पर पाबंदी लगाने की घोषणा की थी। डब्ल्यूएचओ व अफ्रीकी देशों ने यात्रा प्रतिबंधों को अप्रभावी और स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए नुकसानदेह बताते हुए आलोचना की थी।
प्रतिबंध लगाते हुए 29 नवंबर को उन सभी गैर-अमेरिकी यात्रियों को प्रतिबंधित कर दिया गया, जो दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, जिंबाब्वे, नामीबिया, लेसोथो, इस्वातिनी, मोजांबिक और मलावी में थे। बता दें, ओमिक्रॉन का पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में आया था और फिर पूरी दुनिया में फैला।
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