43 साल पहले रिद्धि-सिद्धि की स्थापना के बाद से शुरू हुई परम्परा आज भी जारी, आयुक्त भी पहुंचीं मोदक निर्माण शुरू करवाने में
इंदौर। 10 दिवसीय गणेशोत्सव (Ganeshotsav) की तैयारी खजराना गणेश मंदिर (Khajrana Ganesh Temple) में भी जोर-शोर से चल रही है। गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) पर सवा लाख मोदक (Modak) का जो भोग लगेगा उसके लिए कल से मोदक प्रसाद निर्वाण की शुरुआत भी हो गई।
10 भट्टियों पर 10 हलवाई और 40 उनके सहायकों द्वारा ये मोदक बनाए जा रहे हैं। कल निगमायुक्त प्रतिभा पाल (Corporation Commissioner Pratibha Pal) ने भी मोदक निर्माण की शुरुआत में हिस्सा लिया। उनके साथ भट्ट परिवार भी शामिल हुआ। खजराना गणेश मंदिर के पुजारी अशोक भट्ट ( Ashok Bhatt) ने बताया कि 04.04.1979 को रिद्धि-सिद्धी की स्थापना की गई थी और राजवाड़ा से जुलूस खजराना गणेश मंदिर पहुंचा, जिसमें इंदौर के सारे बैंड भी शामिल हुए और उस दिन पहली बार सवा लाख लड्डुओं का प्रसाद चढ़ाया गया था। पूरे देश के किसी भी मंदिर में यह पहली बार हुआ। तब से ही हर साल दो बार तिल चतुर्थी और गणेश चतुर्थी पर चढ़ाया जाता है। ध्वज पूजन के साथ कलेक्टर व अन्य प्रशासनिक अधिकारी पूजा में शामिल होंगे और फिर उसके बाद भक्तों को सवा लाख मोदक का प्रसाद वितरण शुरू किया जाएगा। 500 किलो घी, 400 किलो तिल्ली सहित अन्य सामग्रियां मोदक निर्माण के लिए भक्तों द्वारा ही जुटाई गई है।
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