उज्जैन। कल रात साढ़े 8 बजे से शुरु हुई जोरदार बारिश लगभग आधे घंटे चली। इससे एक बार फिर शहर जलमग्न हो गया। कल शाम तक शिप्रा का जलस्तर छोटे पुल के लेवल को छू रहा था। लेकिन देर रात फिर इसके ऊपर करीब 4 फीट से शिप्रा बहने लगी। आज सुबह साढ़े 11 बजे तक भी छोटा पुल डूबा हुआ था और रामघाट से लेकर छोटो पुल तक सभी घाट और मंदिर जलमग्न नजर आ रहे थे। चक्रतीर्थ की ओर जाने वाला मार्ग भी बंद हो गया था। इधर गंभीर बांध में भी 24 घंटे में 24 एमसीएफटी पानी बढ़ गया था।
छोटे पुल पर आवागमन बंद एसडीईआरएफ की टीम अलर्ट
कल रात 8 बजे के बाद से शिप्रा में जल स्तर बढऩे लगा और छोटा पुल फिर डूब गया था। आज सुबह भी इसके करीब 4 फीट ऊपर से पानी बह रहा था। यह देखते हुए कल रात से ही पुल पर आवागमन बंद कर दिया गया था। दोपहर तक यही स्थिति थी। साथ ही होमगार्ड और एसडीईआरएफ की टीम ने घाटों के आसपास पेट्रोलिंग शुरू कर दी थी। आज सुबह भी सभी घाट और मंदिर जलमग्न नजर आ रहे थे। राणौजी की छत्री के सामने स्थिति महाकाल पालकी पूजन स्थल पर लगे बैरीकेड्स भी आधे से ऊपर डूबे नजर आ रहे थे।
एक घंटे में हो रही थी 1 एमसीएफटी की आवक
गंभीर डेम के प्रभारी इंजिनीयर राजीव शुक्ला ने आज सुबह चर्चा में बताया कि गंभीर डेम में रविवार रात 8 बजे तक 408 एमसीएफटी पानी रह गया था। लेकिन कल हुई दिनभर की बारिश के बाद कैचमेंट एरिया से पानी की आवक लगातार बनी हुई थी। कल सुबह 8 बजे तक डेम में 50 एमसीएफटी पानी बढ़ गया था और लेवल बढ़कर 458 एमसीएफटी तक पहुंच गया था। इसके बाद भी डेम में पिछले 24 घंटे में 24 एमसीएफटी पानी का इजाफा आज सुबह 8 बजे तक हुआ। ऐसे में बांध में बीते 24 घंटों में 1 एमसीएफटी प्रतिघंटे के मान से पानी बढ़ा है। आज सुबह बांध का लेवल बढ़कर 482 एमसीएफटी पर आ गया था। इसके बाद भी मध्यम आवक जारी थी। गौरतलब है कि गंभीर डेम के कैचमेंट एरिया में उज्जैन, इंदौर, देवास के करीब दो दर्जन से ज्यादा गांव आते हैं। अगर इंदौर और देवास में भी अच्छी बारिश होती है तो गंभीर डेम में पानी की आवक शुरु हो जाती है। हालांकि गंभीर डेम की क्षमता 2250 एमसीएफटी है और इस लेवल तक पहुंचने के लिए अभी भी लगभग 1750 एमसीएफटी पानी की दरकार है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved