अयोध्या, 04 अगस्त | श्रीराम जन्मभूमि पर श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए हो रहे भूमि पूजन के 3 दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत सोमवार को गौरी-गणेश पूजन के साथ शुरू हुई। द्वितीय दिवस मंगलवार को श्रीराम जन्मभूमि परिसर में रामार्चा पूजन के साथ हनुमानगढ़ी मंदिर के निशान और पताका की पूजा होगी, जिसे काशी और अयोध्या के नौ वैदिक आचार्य रामार्चा पूजा को संपन्न करवाएंगे। जिसमें महंत राम शंकर दास जी प्रमुख हैं। मुख्य कार्यक्रम मेंं उपस्थित होंगे नरेंद्र मोदी। भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का मुख्य कार्यक्रम 5 अगस्त बुधवार को होना है। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत राम नगरी के श्रीराम जन्मभूमि परिसर में स्थित रामलला के मंदिर की आधारशिला रखेंगे। वैदिक पंडितों ने इस पूजा का मुहूर्त 32 सेकंड का बताया है। जो बुधवार को मध्याह्न 12 बजकर 44 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 44 मिनट 40 सेकंड के बीच है। भूमि पूजन का कार्यक्रम के तीसरे दिन सुबह 8:00 बजे से शुरू हो जाएगा।इस दौरान देवी-देवताओं के आह्वान के साथ कार्यक्रम शुरू होगा। पूजन के समय नव छोटी शिला को रखा गया है।
विकास प्राधिकरण से नक्शा पास होने के बाद शुरू होगा मंदिर निर्माण- श्री राम जन्मभूमि परिसर में श्री रामलला के मंदिर का निर्माण के भूमि पूजन का काम बुधवार को पूरा कर लिया जाएगा। उसी के साथ अयोध्या विकास प्राधिकरण को श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए मानचित्र जमा कर उसकी फीस की राशि भी जमा की जाएगी। जो करीब दो करोड़ रुपए की है। मानचित्र पास होने के बाद ही निर्माण प्रारंभ किया जाएगा। पहले यह माना जा रहा था कि भूमि पूजन के बाद श्री राम मंदिर का निर्माण प्रारंभ हो जाएगा।
राम जन्मभूमि परिसर का कराया गया है समतलीकरण- 11 मई से श्री राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने एलएनटी कंपनी के साथ मिलकर पूरे परिसर का समतलीकरण करा दिया है। हर जगह को ध्यान में रखकर सभी व्यवस्थाएं बनाई गई हैं। मंदिर का नक्शा वही रहेगा बाद में उसको घटाया बढ़ाया जाएगा।
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