पटना । बिहार (Bihar) के उपमुख्यमंत्री सह खनन मंत्री विजय कुमार सिन्हा (Deputy CM Vijay Kumar Sinha) ने कहा कि राज्य में किसी भी स्थिति में अवैध खनन नहीं होगा। राजस्व की लूट की छूट किसी को नहीं दी जाएगी। इस धंधे में शामिल लोगों पर कार्रवाई होगी। डिप्टी सीएम ने बताया कि हेलीकॉप्टर (Helicopter) से बालू घाटों का निरीक्षण कर अवैध कारोबार पर नकेल कसा जा रहा है। कार्रवाई करते हुए तीन हजार ट्रकों को जब्त किया गया है जिनमें करीब 15 लाख सीएफटी बालू बरामद हुआ और धंधे से जुड़े पांच लोग गिरफ्तार किए गए। सरकार ने करीब 100 करोड़ का जुर्माना भी बालू मफिया से वसूला है।
विजय सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह संकल्प है कि जो भी अवैध खनन करेंगे उनपर कड़ी कार्रवाई होगी। राजस्व संग्रह को दोगुना करना हमारा लक्ष्य है। वे शनिवार पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बालू को अभिशाप नहीं बनने देंगे। इसमें रोजगार का सृजन कर इसे वरदान बनाया जाएगा। वास्तविक बंदोबस्तधारी को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी। इसके पहले उन्होंने हेलीकॉप्टर से विभिन्न बालू घाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान बालू घाटों पर हो रहे खनन की वीडियोग्राफी कराई गई। निरीक्षण के बाद अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की जिसमें अवैध खनन रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया। कहा कि लगातार अवैध खनन और ओवरलोडिंग की शिकायत मिल रही है। इसे हर हाल में दूर करें। सड़कों पर जाम की समस्या न हो, इसके लिए खनन विभाग और पथ निर्माण विभाग साथ मिलकर काम करेगा।
पत्रकारों से बात करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि अवैध बालू कारोबार पर सरकार की नजर है। इस काम में लोगों की सहायता ली जा रही है। सूचना देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी। सरकार की सहायता करने वालों को सम्मानित किया जायेगा। कार्रवाई में जो बालू जप्त हुए हैं, उनकी मांग के अनुसार ऑनलाइन बिक्री की जाएगी। सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए बालू मित्र पोर्टल शुरू करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग ट्रक का आंदोलन करवाना चाह रहे थे। उन्हें सरकार मुंहतोड़ जवाब देगी। ओवरलोडिंग के बारे में कहा कि 5 फीसदी का ग्रेस दिया गया है। लेकिन किसी भी सूरत में भीगा बालू लोड नहीं करना है। लोड करने वालों पर कार्रवाई होगी।
विजय सिन्हा ने पत्रकारों को बताया कि पटना और भोजपुर में अवैध बालू कारोबारियों को चिन्हित किया गया है। माफिया के साथ मिली भगत रखने वाले पदाधिकारी भी चिन्हित होंगे। अभी 193 बालू घाट संचालित हैं। लेकिन, ट्रैक्टर बिना नंबर प्लेट के चल रहे है। इस पर रोक लगाने के लिए सरकार सख्त कदम उठा रही है। जिस थाना से ऐसी गाड़ी निकलेगी, उसे भी चिन्हित किया जायेगा और थाना प्रभारी की जिम्मेवारी तय की जाएगी। आशंका होने पर उनकी सम्पति की जांच कराई जाएगी।
खनन मंत्री ने कहा कि वाहन मालिकों को अनावश्यक परेशान नहीं किया जायेगा। इसके साथ किसानों के खेत में जमे बालू का भी निदान होगा। वैध कारोबार करने वालों को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्हें कोई अधिकारी परेशान करे तो विभाग को सूचना दें। सरकार अपने स्तर से कार्रवाई करेगी। लेकिन अवैध खनन से जुड़े लोगों को खोज खोज कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने खुशी जताई कि विभाग को दोगुना राजस्व प्राप्त हुआ है।
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