कोलकाता। प्रदेश भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस पर भय व पद का लोभ दिखाकर तृणमूल नेताओं को पार्टी में रखने का आरोप लगाया है।
कुणाल घोष व नुसरत जहां को तृणमूल कांग्रेस का प्रवक्ता बनाये जाने के सवाल के जवाब में दिलीप घोष ने कहा कि यह तृणमूल का आंतरिक मामला है। सभी को पद देकर, तो किसी को केस का भय दिखाकर पार्टी में रखने की कोशिश की गयी है, लेकिन यह ज्यादा दिन नहीं चलेगा। तृणमूल में असंतोष को बहुत दिनों तक दबाकर नहीं रखा जा सकेगा।
भाजपा में अंतरकलह के सवाल पर टिप्पणी करते हुए घोष ने कहा कि पार्टी में कोई अंतरकलह नहीं है। मीडिया का एक वर्ग किसी के निर्देश पर पार्टी में अंतरकलह की बातें फैला रहा है। पार्टी के नेताओं को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। पार्टी के नेताओं की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। पार्टी एकजुट है। उन्होंने कहा कि लोग भाजपा कार्यकर्ताओं पर भरोसा करते हैं। इसलिए विरोधी कहानियां फैला रहे हैं, यह उनकी रणनीति है।
घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा सितम्बर माह में स्कूल खोलने की संभावना के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि केंद्रीय बोर्ड पहले सितम्बर में परीक्षा लेना चाहता था। तब राज्य की मुख्यमंत्री विरोध कर रही थी। अब मुख्यमंत्री कह रही हैं कि सितम्बर में वैकल्पिक दिन स्कूल खोलने पर विचार किया जायेगा। अगस्त अभी तक नहीं आया है। सितम्बर में क्या होगा, आप कैसे जानती हैं।
उन्होंने कहा कि राजनीति हो रही है। स्थिति अनुकूल होने पर सभी को खोला जाना चाहिए। विद्यार्थियों के शैक्षणिक वर्ष बर्बाद हो रहे हैं। चार बार लॉक डाउन की घोषणा हो रही है। ईद के दिन कोई लॉक डाउन नहीं है, जबकि राम मंदिर की शिलान्यास के दिन लॉक डाउन होगा। यह अल्पसंख्यक को खुश करने के लिए हो रहा है। इससे और अधिक नुकसान होगा। (एजेन्सी, हि.स.)
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