इंदौर। करीब तीन चार माह पहले निगम (Corporation) ने प्रशासन (Administration) के सहयोग से शहरभर में भिक्षुकों (Beggars) को सुधार गृह भेजने का अभियान शुरू किया था। इसके तहत कई स्थानों पर कार्रवाइयां की गई थीं, लेकिन अब फिर से वही हालत है। कई मंदिरों के आसपास चौराहों (Squares) पर भिक्षुकों (Beggars) के जमघट नजर आने लगे हैं।
परदेशीपुरा (Pardeshipura) स्थित भिक्षुक केंद्रों (Mendicant Centers) पर अभी भी निगम ने सामाजिक न्याय विभाग (Social Justice Department) के सहयोग से रखा है और उन्हें विभिन्न कार्य का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि खुद के कामकाज शुरू कर सके। कई एनजीओ की टीमों की मदद से उन्हें अलग-अलग सत्रों में प्रशिक्षण भी दिया जाता है। प्रशासनिक अधिकारियों और निगम की टीमों ने शहर के कई प्रमुख चौराहों पर पिछले दिनों यह अभियान चलाया था और बड़ी संख्या में भिक्षावृत्ति (Beggary) करने वाले लोगों को समझाइश देने के साथ-साथ उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया था। उनसे शपथ पत्र भी भरवाए गए थे। इन दिनों पलासिया (Palasia), रीगल, यशवंत रोड, राजबाडा़, गांधी हाल (Gandhi Hall) से लेकर बीआरटीएस, विजयनगर, एमआईजी सहित कई स्थानों पर भिक्षुकों की टीमें नजर आ रही हैं। दो दिनों से दिनभर महालक्ष्मी मंदिर (Mahalaxmi Temple) के भी यही हालत रहे। वहां पुलिसकर्मी और मंदिर के लोग भी उन्हें हटाने के लिए परेशान होते रहे। उनके आपस में हुए झगड़ों के कारण कई बार दर्शनार्थी भी परेशान हुैं।
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