सैन फ्रांसिस्को। इस बार अमेरिका(America) में गर्मी(Heat) के साथ लू (Heat Waves) ने खूब कहर बरपाया है। सैकड़ों लोगों की मौत(Deaths) लू के प्रकोप के कारण हुई है। वहीं कैलिफोर्निया के पश्चिमी हिस्से (western part of california) में गर्मी और लू का प्रकोप नए रिकॉर्ड बना रहा है। कैलिफोर्निया के डेथ वैली में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 54 डिग्री सेल्सियस (temperature 54 degree celsius) दर्ज हुआ।
पृथ्वी पर अब तक सर्वाधिक तापमान 56.7 डिग्री सेल्सियस भी डेथ वैली के ही फर्नेस क्रीक रेंच में 10 जुलाई 1913 को दर्ज हुआ था । इस लिहाज से शुक्रवार का तापमान बीते 108 वर्ष में सर्वाधिक था।
भीषण गर्मी से कैलिफोर्निया समेत कई पश्चिम तटीय अमेरिकी राज्यों के सैकड़ो वर्ग किमी इलाके में जंगल धधक रहे हैं । आग फैलते हुए कई शहरी इलाकों में घरों को चपेट में ले चुकी है। करीब 2,800 लोगों को दूसरी जगह भेजा गया है। कई क्षेत्रों में बिजली की सप्लाई प्रभावित हो रही है। वहीं हर रोज़ दक्षिण-पूर्वी वाशिंगटन, उत्तर-मध्य एरिजोना, दक्षिण कैलिफोर्निया आदि में सैकड़ों वर्ग किमी जंगल आग की चपेट में आ रहे हैं । विमानों से फेंका पानी बन रहा भाप जंगलों में आग की लपटें 31 मीटर तक ऊंची जा रही हैं। इन्हें बुझाने के लिए 1,200 कर्मचारी और विमान लगाए गए हैं । लेकिन रात में भी हवा ठंडी न हो पाने की वजह से इसे रोकना मुश्किल हो रहा है। कॉक्स के अनुसार हवा इतनी ज्यादा सूखी और गर्म हो चुकी है कि जलते जंगलों पर विमानों से गिराया जा रहा पानी जमीन तक पहुंचने से पहले ही भाप बनकर उड़ जा रहा है। अग्नि सूचना अधिकारी लिसा कॉक्स के अनुसार शुक्रवार को कैलिफोर्निया में गर्म हवाओं की वजह से धुएं भरे पायरोकम्युलस बादलों का निर्माण हुआ। यह बादल आमतौर पर जंगल की बड़ी आग या ज्वालामुखी फटने पर बनते हैं। इनकी वजह से बिजली गिरने की कई घटनाएं हुई, जिससे आग बढ़ती गई।