नई दिल्ली। संसद (Parliament) का मानसून सत्र (Monsoon Session) 19 जुलाई से शुरू होकर 13 अगस्त तक चलने की संभावना है. ऐसे में बड़ी संख्या में देश में टीकाकरण अभियान (Vaccination Programe) भी चल रहा है. वहीं देश में कोरोना संक्रमण (Corona infection) के मामलों में भी अब कमी देखने को मिल रही है. संसद सत्र (Parliament Session) शुरू होने से पहले सरकारी सूत्रों ने जानकारी दी है कि करीब 90 फीसदी संसद सदस्यों को कोरोना की वैक्सीन (90 percent of the MPs got the vaccine) लगाई जा चुकी है.
अगर राज्यसभा की बात करें तो इसकी कुल क्षमता 232 है. इसके सदस्यों की औसत उम्र 60 से 94 साल के बीच है. आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार इनमें से 179 सदस्यों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. वहीं 39 सदस्यों को सिर्फ एक ही डोज लग पाई है. 5 राज्यसभा सदस्य अभी कोरोना से उबर रहे हैं. इसके साथ ही 9 राज्यसभा सदस्यों ने अब तक कोई भी वैक्सीन नहीं लगवाई है. वहीं 543 सदस्य क्षमता वाली लोकसभा में 540 सदस्य मौजूद हैं. इनमें से 444 सदस्यों ने कोरोना की वैक्सीन लगवा ली है. इनमें से 321 सदस्यों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली हैं. वहीं 124 सदस्यों ने सिर्फ एक ही डोज लगवाई है. हालांकि इस सूची में अभी केंद्रीय मंत्रियों के नाम नहीं हैं. सरकारी सूत्रों के अनुसार 96 सांसदों के टीकाकरण के बारे में कोई जानकारी नहीं है. इनमें केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं. ऐसी संभावना है कि इन 96 सांसदों में कुछ केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं, जिनकी जानकारी अभी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं की गई है. जबकि कुछ सदस्य अभी भी कोरोना से जूझ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा स्पीकर व राज्यसभा चेयरमैन भी दोनों वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा के चेयरमैन सचिवालय के कर्मियों और सांसदों से जल्द वैक्सीन लगवाने की अपील कर चुके हैं. संसद भवन में भी सांसदों, अधिकारियों और उनके परिवार के लिए टीकाकरण के लिए वैक्सीन कैंप लगाया गया है.